चप्पल | नीलेश रघुवंशी चप्पल | नीलेश रघुवंशी जाने क्यों महँगी चप्पलेंगिरतीं नहीं कभी सड़क परवे छूटती भी नहीं हैंऔर किसी दूसरे के पाँव में आती भी नहीं आसानी सेसस्ती चप्पलें सस्तेपन को साथ लिएयहाँ-वहाँ छूटती हैं और उनका मिलना अशुभ भी नहीं होता ।