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वृक्ष नहीं लिखता | राघवेंद्र तिवारी

वृक्ष नहीं लिखता | राघवेंद्र तिवारी वृक्ष नहीं लिखता | राघवेंद्र तिवारी वृक्ष नहीं लिखता पत्तों मेंजीवन की जड़ताहवा लौटकर भले पूछ लेवन का नया पता। टूट चली मौसम कीवातनुकूल जुगलबंदीवातावरण नहीं कर पायाखुद की हदबंदीधूप बदलियों मेंछिप कर धीमें से कहती हैबहुत दिनों तक नहीं टिकाऊइसकी रोचकता। झील बनी दर्पण, सूरज कीपरछाईं लेकरऔर किनारे […]