Posted inPoems

साहस | अंकिता रासुरी

साहस | अंकिता रासुरी साहस | अंकिता रासुरी बहुत आसान है पहाड़ की वादियों में थिरकती किसी सुंदरी कोगढ़ना अपनी कल्पनाओं मेंपेंटिंग्स या कविताओं मे रचते हुएउसमें स्वयं को बिसरा लेनापर क्या कोई रच पाया है अपने एहसासों मेंमुझ जैसी स्त्रियों को जिनकी देह लगती है किसी सूखे पेड़ का अवशेषहफ्तों बिना कंघी तेल के […]