पोस्टकार्ड | हेलेन सिनर्वो
पोस्टकार्ड | हेलेन सिनर्वो

पोस्टकार्ड | हेलेन सिनर्वो

पोस्टकार्ड | हेलेन सिनर्वो

कल के अखबार में तुम्हारी तस्वीर देखी, और आज
रिपोर्ट, तथापि यह दुर्घटना से सरोकार रखती थी
ऐसा लग रहा है कि तुम हमें दरकिनार कर कर रहे हो,
मैं समझती हूँ कि तुम्हारे रिश्तेदार बातें बना रहे होंगे,
एक गायक को हमेशा मुस्कराते रहना चाहिए
लेकिन तुम्हारी मुस्कान तभी तो अच्छी लगेगी जब तुम्हारे दाँत ठीक हो जाएँगे
यही नहीं, तुम्हें किसी शिला पर बैठ अपने भीतरी
दाँतों के रगड़ने की आवाज को सुनना होगा
इससे बेहतर कुछ नहीं होगा! खासतौर से सुबह सवेरे
जब कि तुम खिड़की से बाहर विस्तार को निहारते हो
एक विशाल रंगीन लेंस जिससे सूरज का इंद्रधनुष कस्बे के
लोगों को पहचानने के लिए गुजरता है
एक आतंक को एक ही रास्ते पर तीन बार गुजरने नहीं देना चाहिए
ये दिमाग में उपवन की मशीन के पदचिह्न छोड़ देता है, इसकी जगह अच्छा हो
कि तुम इन रास्तों पर चलो, जल के पार हर वस्तु भिन्न भिन्न
रोशनी में दिखाई देती है, लगभग हरेक वस्तु
रोबिन चिड़िया जोर जोर से कुहुक रही है, वहाँ बनफशा और लंगवार्ट खिले हैं!
मुझे मालूम है कि मैं क्या कह रही हूँ, मैं भी एक नन्हे जीव के पंजे को पढ़ रही हूँ।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *