Contents
Bekhayali mein bhi tera hi khayal aaye from Kabir Singh Movie
Kabir Singh
हमम..
बेख़याली में भी
तेरा ही ख़याल आये
क्यूँ बिछड़ना है ज़रूरी
ये सवाल आये
बेख़याली में भी
तेरा ही ख़याल आये
क्यूँ बिछड़ना है ज़रूरी
ये सवाल आये
तेरी नज़दीकियों की
ख़ुशी बेहिसाब थी
हिस्से में फ़ासले भी
तेरे बेमिसाल आये
ओ.. हो.. वो..
दर्द तुम्हारा बदन पे मेरे
ज़हर की तरह उतर रहा है
दर्द तुम्हारा बदन पे मेरे
ज़हर की तरह उतर रहा है
बेख़याली में भी
तेरा ही ख़याल आये
क्यूँ बिछड़ना है ज़रूरी
ये सवाल आये
Bekhayali mein bhi tera hi khayal aaye Video
https://www.youtube.com/watch?v=uBEKrpE8rhA