खोलो खोलो from Movie Taare Zaamen Par
पर्दे करो किनारे
खुंटे से बँधी है हवा
मिल के छुडाओ सारे
आजाओ पतंग लेके
अपने ही रंग लेके
आसमान का शामियाना
आज हमें है सजना
क्यूँ इस कदर हैरान तू
मौसम का है मेहमान तू
ओ दुनिया सजी तेरे लिए
खुद को ज़रा पहचान तू
तू धूप है, झम से बिखर
तू है नदी.. ओ बेख़बर
बह चल कहीं, उड़ चल कहीं
दिल खुश जहाँ..
तेरी तो मंज़िल है वहीं..
ओ.. क्यूँ इस कदर हैरान तू
मौसम का है मेहमान तू
बासी ज़िंदगी उदासी
ताज़ी हँसने को राज़ी
गरमा गरमा सारी
अभी अभी है उतारी
हो ज़िंदगी तो हैं बताशा
मीठी मीठी सी है आशा
चख ले रख ले
हथेली से ढक ले इसे
तुझ में अगर प्यास है
बारिश का घर भी पास है
हो रोके तुझे कोई क्यों भला
संग संग तेरे आकाश है
तू धूप है झम से बिखर
तू है नदी ओ बेख़बर
बह चल कहीं उड़ चल कहीं
दिल खुश जहाँ..
तेरी तो मंज़िल है वहीं..
खुल गया..
आसमान का रस्ता देखो खुल गया
मिल गया..
खो गया था जो सितारा मिल गया
मिल गया..
रोशन हुई सारी ज़मीन
जगमग हुआ सारा जहाँ
हो उड़ने को तू आज़ाद है
बंधन कोई अब है कहाँ
तू धूप है झम से बिखर
तू है नदी ओ बेख़बर
बह चल कहीं, उड़ चल कहीं
दिल खुश जहाँ..
तेरी तो मंज़िल है वहीं..
ओ.. क्यूँ इस कदर हैरान तू
मौसम का है मेहमान तू