?नया Whatsapp आरती ?
भीगी भीगी सडको पे में
“NET” का इंतेजार करू
धीरे धीरे “MOBILE” को
“INTERNET” के ही नाम करू
खुद को मै यु खो दू,
के “GOOGLE” पे भी ना मिलु
होले होले जिंदगी को
अब “WHATSAPP” के हवाले करू
Whatsapp रे
Whatsapp रे
तू मेरा सनम हुआ रे ??