रियायत | ईमान मर्सल रियायत | ईमान मर्सल तुम्हें हर महीने तनख्वाह मिलती है क्योंकि राज्य अभी वजूद में हैऔर जब तक तुम्हारी अवसाद भरी आँखों में सूरज हलचल करता रहेगाकुदरती कूड़ों की तफ्सील बयान करने के बहाने तुम्हें मिलते रहेंगेइस तरह तुम ऐतिहासिक क्षणों में प्रवेश करती हो, उनके जुराबों के जरिए रियायतों से […]
Iman Mersal
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मार्क्स का सम्मान | ईमान मर्सल
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माइग्रेन | ईमान मर्सल
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मेरी मित्रता के लायक | ईमान मर्सल
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मेरा नाम संगीतमय है | ईमान मर्सल
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बुराई | ईमान मर्सल
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पागलखाने की खिड़कियाँ | ईमान मर्सल
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थक्का | ईमान मर्सल
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