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लछिमा | अखिलेश कुमार दुबे

लछिमा | अखिलेश कुमार दुबे लछिमा | अखिलेश कुमार दुबे लछिमादूर, बहुत दूर,पहाड़ी के पीछेआबाद, बमुश्किल दस-बारहघरों वाले गाँव में रहती हैदुबली-पतली सदानीरा नदी के किनारे। रात, बाकी रहते ही उठती है,घर भर के लिए रखकर रोटी-पानी,वह जल्दी ही अपनी हड़ियल गायोंऔर उदास चूल्हे की यादों के साथ,उबड़-खाबड़ पथरीले रास्तों से लड़ते हुए,दिन डूबने के […]