कॉर्नफ्लेक्स
कॉर्नफ्लेक्स

क्या आपको पता है कॉर्नफ्लेक्स का आविष्कार कब और क्यों हुआ था?

अमेरिकन डॉक्टर जॉन हॉर्वे कैलॉग (John Harvey Kellogg) ने अट्ठारहवीं शताब्दी में गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए मकई के दानों से कॉर्नफ्लेक्स का अविष्कार किया, जिसकी पहली पैकिंग ऐसी थी :

भारत में इसका प्रचलन बहुत देर से शुरू हुआ।

जब ठंडे दूध के साथ नाश्ते में प्रयोग करने के लिए कैलॉग्स कॉर्नफ्लेक्स बाजार में आया तो हम लोग बहुत खुश हुए थे।बच्चों के लिए यह फटाफट नाश्ता फल और दूध मिक्स करके स्वादिष्ट हो जाता था।

मम्मी भी खुश कि इसी बहाने बच्चे बिना नखरों के दूध भी पी लेंगे।मेरे नाश्ते में कॉर्नफ्लेक्स का कई वर्षों तक एकछत्र राज्य रहा।

आयु बढ़ने के साथ साथ वजन भी बढ़ने लगा।Cornflakes के डिब्बे पर लिखा fat free यह शक नहीं करने देता था कि वजन बढ़ने का एक कारण यह भी हो सकता है।

फिर धीरे धीरे ये सच सामने आए:

100 ग्राम कॉर्नफ्लेक्‍स में लगभग 357 कैलोरीज

  • शरीर से एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न करने के लिए आप भी रोजाना कॉर्नफ्लेक्स का सेवन कर रहे हैं तो पहले जान लें कि 100 ग्राम कॉर्नफ्लेक्‍स में लगभग 357 कैलोरीज पाई जाती है।इससे मोटापा कम होने की बजाय बढ़ना शुरू हो जाता है जोकि सब्जी और रोटी से ज्यादा है।

कॉर्नफ्लेक्स से डायबिटीज का खतरा दोगुना

कॉर्नफ्लेक्स को स्वादिष्ट और स्वास्थ्यकर बनाने के लिए लोग इसमें शहद या फिर अतिरिक्त चीनी डाल लेते हैं,जो गंभीर रोगों का कारण बनती है और नाश्ते में चीनी की अधिक मात्रा आपके वजन को बढ़ा सकती है।

कॉर्नफ्लेक्स बनाने के लिए मकई, फ्रक्टोज (Fructose) और मकई के सिरप का इस्तेमाल किया जाता है,ये सब चीजें शरीर में इंसूलिन की मात्रा को बढ़ा देती हैं।जिससे मोटापे के साथ-साथ डायबिटीज रोग होने की संभावना भी दोगुनी बढ़ जाती है।नाश्ते में रोजाना इसका सेवन गंभीर परिणाम दे सकता है।

  • कॉर्नफ्लेक्स के नाश्ते में दूध के साथ डाली गई चीनी भी मेटाबॉलिज्म को धीमा करने का कार्य करती है।मकई के दानें पौष्टिक जरूर हैं,किन्तु वजन कम करने में इनका ऐसा कोई रोल नहीं है।
  • इसको खाने के थोड़ी ही देर बाद फिर से भूख लग जाती है और उस समय बेध्यानी में खाए गए छोटे छोटे snacks वजन बढ़ाने का काम करते हैं।
  • नाश्ते में रोज अलग अलग अनाजों का चुनाव जैसे गेहूँ का आटा,सूजी,बेसन,ओट्स और मकई का बदल बदल कर खाना अधिक गुणकारी और पौष्टिक है,
  • अतः केवल कॉर्न फ्लेक्स के झटपट नाश्ते पर निर्भर न होकर गेहूँ का दलिया,सूजी का उत्तपम,बेसन का चीला,भरवां परांठे नाश्ते में रोज बदल बदलकर शामिल किये जाएं तो पोषण भी मिलेगा और metabolism भी ठीक रहेगा जो वजन घटाने में सहायक होता है ।

कोई भी एक चीज नाश्ते या खाने में रोज रोज बोरियत तो पैदा करती है,शरीर के लिए भिन्न-भिन्न वस्तुओं में पाए जाने वाले पोषक तत्वों से वंचित भी रखती है।

अतः नाश्ते में कॉर्नफ्लेक्स का प्रयोग हफ्ते में एक या दो बार से ज्यादा न करें और इसके डिब्बे पर fat free लिखा होने के बावजूद वजन कम करने में इसकी भूमिका नहीं है, इस तथ्य को जरूर जान लें।

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