वह जल ही था | ए अरविंदाक्षन वह जल ही था | ए अरविंदाक्षन जल एक खूबसूरत सपना हैलावण्य के प्रथम स्पर्श की तरहजीवन भर साथ देने वाला जल-स्पर्शजल ही था तबलबालब भरा-सामिठास देता हुआ हृदय मेंसुगंध बिखेरता हुआ आँखों मेंजल एक खूबसूरत सपना है