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रोहित वेमुला को याद करते हुए

उसने कहामैं सोना चाहता हूँबंद करो सारे दरवाजेखिड़की, रोशनदान तक ढक दोपरदे सेइतना अँधेरा करो की मेरी परछाईं तक न दिखेमैं सोना चाहता हूँइस कदर सन्नाटे में कि तुम्हारी साँसों कीआवाजाही तक सुनाई न देमैं सोना चाहता हूँइस गहन विसाद के क्षण मेंजब  हर आवाज कंठ में घुटी हैमाएँ दहली हैंभेज कर बेटों को पढ़नेऊँची […]