वक्त के साथ सब बदलता है, सच है लेकिन ये भी सच है कि वक्त का इंतजार करते-करते सालों बीत जाते हैं बढ़ती उम्र के साथ वक्त भी बदल जाता है पर तब तक ख्वाहिशों की शक्ल बदल जाती है इनसानों की शक्ल के साथ-साथ संकुचित मापदंड आपसी टकराव सालों बर्बाद कर देते हैं हमारा ख्वाहिशें बदल जाती हैं और जरूरतें ख्वाहिशों की जगह […]
Tag: Sandhya Riyaz
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वक्त के मानिंद
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माँ तुम मेरी हो
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बहुत सी बातें
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बहुत पुरानी बात है
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जिंदगी की रफ्तार बंद
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