पग-पग पर हर पल | रास बिहारी पांडेय

पग-पग पर हर पल | रास बिहारी पांडेय

पग-पग पर हर पल | रास बिहारी पांडेय पग-पग पर हर पल | रास बिहारी पांडेय पग-पग पर हर पलमन को समझाना पड़ता हैअपनी शर्तों पर जीने कामोल चुकाना पड़ता है। गांधी और भगत सिंह दोनोंअमर हुए इतिहास मेंअपने अपने तर्क थेदोनों के अपने विश्वास मेंकिन पृष्ठों में नाम लिखानालक्ष्य बनाना पड़ता है। अनुबंधों वाले … Read more

नाम को अर्थ भी मिल गया | रास बिहारी पांडेय

नाम को अर्थ भी मिल गया | रास बिहारी पांडेय

नाम को अर्थ भी मिल गया | रास बिहारी पांडेय नाम को अर्थ भी मिल गया | रास बिहारी पांडेय नाम को अर्थ भी मिल गयाजिंदगी, जिंदगी हो गईहमसफर जबसे तू हो गयाधूप भी चाँदनी हो गई। क्या बताऊँ तेरे रूप मेंकौन सा एक रतन मिल गयाचाह थी पंखुड़ी की जिसेउसको पूरा सुमन मिल गयाअब … Read more

तेरे बिन ऐसे कटता है | रास बिहारी पांडेय

तेरे बिन ऐसे कटता है | रास बिहारी पांडेय

तेरे बिन ऐसे कटता है | रास बिहारी पांडेय तेरे बिन ऐसे कटता है | रास बिहारी पांडेय तेरे बिन ऐसे कटता हैहर दिन मेरा प्रवास मेंजैसे राम बिना सीता केआए हों बनवास में। राम की एक अवधि थी लेकिनअपने दिवस अनिश्चितराम ने वन में बिताया, हमकोमिले हैं शहर अपरिचितशाप लगा है जाने किसनारद के … Read more

चाँद से ज्यों छिन जाय चाँदनी | रास बिहारी पांडेय

चाँद से ज्यों छिन जाय चाँदनी | रास बिहारी पांडेय

चाँद से ज्यों छिन जाय चाँदनी | रास बिहारी पांडेय चाँद से ज्यों छिन जाय चाँदनी | रास बिहारी पांडेय चाँद से ज्यों छिन जाय चाँदनीहो संगीत से दूर रागिनीबादल से विलगे ज्यों दमिनीटूटे हरेक कड़ीतेरे बिन यूँ बीते हरेक घड़ी। वे भी दिन थे पतझर में तूसावन बन आई थीइस नीरस जीवन में गंगाबनकर … Read more

खुशियों से आँगन महके | रास बिहारी पांडेय

खुशियों से आँगन महके | रास बिहारी पांडेय

खुशियों से आँगन महके | रास बिहारी पांडेय खुशियों से आँगन महके | रास बिहारी पांडेय खुशियों से आँगन महकेहर कोई गीत गाने लगाबच्चे का जन्म क्या हुआघर भर तुतलाने लगा। कोई चाँद लाए कोई तोड़ता है ताराखुशियों के सागर का ना कोई किनाराहिचकी भूले से आए उसेतो घर भर हकलाने लगा। जन्म के ही … Read more