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पग-पग पर हर पल | रास बिहारी पांडेय

पग-पग पर हर पल | रास बिहारी पांडेय पग-पग पर हर पल | रास बिहारी पांडेय पग-पग पर हर पलमन को समझाना पड़ता हैअपनी शर्तों पर जीने कामोल चुकाना पड़ता है। गांधी और भगत सिंह दोनोंअमर हुए इतिहास मेंअपने अपने तर्क थेदोनों के अपने विश्वास मेंकिन पृष्ठों में नाम लिखानालक्ष्य बनाना पड़ता है। अनुबंधों वाले […]