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होना | प्रमोद कुमार तिवारी

होना | प्रमोद कुमार तिवारी होना | प्रमोद कुमार तिवारी कुछ लोगों का होना‘होना’ लगता ही नहींजैसे नहीं लगताकि नाक का होनाया पलक का झपकना भी‘होना’ है।पर इनके नहीं होने परसंदेह होता है खुद के ‘होने’ परये कैसा होना हैकि जब तक होता हैबिलकुल नहीं होतापर जब नहीं होतातो कमबख्त इतना अधिक होता हैकि जीना […]