भगोड़े | पल्लवी प्रसाद

भगोड़े | पल्लवी प्रसाद

भगोड़े | पल्लवी प्रसाद – Bhagode भगोड़े | पल्लवी प्रसाद बात उस समय की है जब देश में सूचना और संचार, दोनों माध्यम का प्रसार सीमित था। आम आदमी के जीवन में यह पोस्ट-कार्ड और अंतर्देशीय पत्र के रूप में अमूमन मौजूद था तथा ट्रंक-कॉल और टेलीग्राम का खर्च वह मौत के सुरतेहाल में ही … Read more

बदला | पल्लवी प्रसाद

बदला | पल्लवी प्रसाद

बदला | पल्लवी प्रसाद – Badala बदला | पल्लवी प्रसाद वे फूल की तरह दो लड़कियाँ थीं। फूल की तरह ही क्यों? वे नाशपाती और गब्बु-गोशा की तरह भी तो हो सकती हैं। हाँ, यह सही है। नाशपाती और गब्बु-गोशा की तरह ही उनके नाम और मिजाज एक दूसरे से भिन्न थे। परंतु थीं वे … Read more

ट्रॉफी | पल्लवी प्रसाद

ट्रॉफी | पल्लवी प्रसाद

ट्रॉफी | पल्लवी प्रसाद – Trophy ट्रॉफी | पल्लवी प्रसाद शाश्वत सरस्वती विद्यालय! इस सब-डिविजन का यह सबसे बड़ा और पुराना विद्यालय है। आपको यहाँ शायद ही कोई शख्स मिलेगा जो यहाँ से न पढ़ा हो या जिसके बच्चे यहाँ न पढ़ रहे हों। लिहाजा, यदि कहा जाए कि यह विद्यालय समाजवाद का परचम है, … Read more

कहानीकार | पल्लवी प्रसाद

कहानीकार | पल्लवी प्रसाद

कहानीकार | पल्लवी प्रसाद – Kahanikar कहानीकार | पल्लवी प्रसाद हवा में खुनक है जैसी हर सुबह हुआ करती है। माईक से स्वर उठा – “रोल नं. १२, रॉबिन ठक्कर… फेल!” प्रार्थना सभा में अपनी क्लास की पंक्ति में खड़े रॉबिन ने सिर उठा कर देखा फिर वह चलता हुआ सभा के सामने पहुँचा और … Read more

इहलोक | पल्लवी प्रसाद

इहलोक | पल्लवी प्रसाद

इहलोक | पल्लवी प्रसाद – Ihalok इहलोक | पल्लवी प्रसाद स्थान : गया शहर, रमना बाजार। …बाजारों में बाजार, रमना बाजार! यहाँ दूर दूर तक तंग सड़कों के किनारे हलवाइयों की दुकानें सजी हैं। बढ़ती हुई गर्मी को धकियाती हुई चूल्हों की आग और उन पर चढ़े हैं खौलते तेल से भरे कड़ाहे। देखिए, चीकट … Read more