Posted inPoems

हिंदी चमक रही है | नीरज कुमार नीर

हिंदी चमक रही है | नीरज कुमार नीर हिंदी चमक रही है | नीरज कुमार नीर भारत के अंबर पर देखोसूर्य सी हिंदी चमक रही हैमाँ भारती के उपत्यका मेंखुशबू बनकर महक रही है विभिन्न प्रांतों का सेतुबंधनसरल सर्वजन सर्वप्रिय हैदक्षिण से उत्तर पूर्व पश्चिमदम दम दम दम दमक रही है संस्कारों की वाहक हिंदीसभी […]