बिल्ली और बूढ़ा | मुनीर अहमद बादीनी

बिल्ली और बूढ़ा | मुनीर अहमद बादीनी

बिल्ली और बूढ़ा | मुनीर अहमद बादीनी – Billi Aur Budha बिल्ली और बूढ़ा | मुनीर अहमद बादीनी कुछ मुद्दत पहले हमारे नए किराए के मकान में एक बिल्ली ने बसेरा कर लिया। वो यूँ हुआ कि हम जब भी शाम के वक़्त खाना खाने बैठते तो बरामदा के ऊपर कमरे के रोशनदान से बिल्ली … Read more

दहशत | मुनीर अहमद बादीनी

दहशत | मुनीर अहमद बादीनी

दहशत | मुनीर अहमद बादीनी – Dahashat दहशत | मुनीर अहमद बादीनी बस चलने लगी थी मगर फिर धीरे धीरे रुक गई। मैंने खिड़की से देखा एक मुसाफ़िर दूर से लंबे डग भरता बस की तरफ़ आ रहा था। शायद ड्राइवर ने उसे देखा तो उसके लिए बस रोक दी हो। ऊपर आसमान पर काली … Read more

ढोल बताशों का अंजाम | मुनीर अहमद बादीनी

ढोल बताशों का अंजाम | मुनीर अहमद बादीनी

ढोल बताशों का अंजाम | मुनीर अहमद बादीनी – Dhol Batashon Ka Anjam ढोल बताशों का अंजाम | मुनीर अहमद बादीनी क़त्ल कर देने के बाद वो छुपते-छुपाते झोंपड़ियों के क़रीब से नदी में उतर गए। फिर उस पहाड़ी सिलसिले की ओर निकल गए जो सामने दूर दूर तक फैला हुआ था। अँधेरी रात के … Read more