पेरिस में | मारीना त्स्वेतायेवा पेरिस में | मारीना त्स्वेतायेवा घर गगनचुंबी हैं आकाश झुका हैधुएँ से घिरे देश के करीबखुशहाल पेरिस के दिल में बसती हैगहरी घोर निराशाशाम को सड़कों पर कोलाहल हैडूब गई है सूरज की अंतिम किरणसब तरफ भटक रहे प्रेमी युगललरजते होठ बेखौफ आँखेंमैं यहाँ निपट अकेली अखरोट पेड़ के पाससुखद […]
Tag: Marina Tsvetaeva
Posted inPoems
प्रार्थना | मारीना त्स्वेतायेवा
Posted inPoems
छिप जाना | मारीना त्स्वेतायेवा
Posted inPoems
ढोल | मारीना त्स्वेतायेवा
Posted inPoems
घर | मारीना त्स्वेतायेवा
Posted inPoems