सामान की जाति नहीं होती | लीना मल्होत्रा राव
सामान की जाति नहीं होती | लीना मल्होत्रा राव सामान की जाति नहीं होती | लीना मल्होत्रा राव गाड़ी में सवारी करते समयमैं यात्रियों से अधिक उनके सामान पर ध्यान देती हूँ संदूक थैलेब्रांडेड बैग्स, रकसैकजिप खराब वाले बैगरस्सी या कभी कभी नाड़े से बाँध दिए गए उनके मुँह। मुझे यात्रियों से अधिक अच्छे लगते … Read more