पेशावर एक्सप्रेस | कृशन चंदर – Peshawar Express पेशावर एक्सप्रेस | कृशन चंदर जब मैं पिशावर से चली तो मैं ने छका छक इतमीनान का सांस लिआ।मेरे डबों में ज़िआदातर हिंदू लोग बैठे होए थे। ये लोग पिशावर से होती मरदान से, कोहाट से, चारसदा से, ख़ैबर से, लंडी कोतल से, बंनों नौशहिरा से, मानसहरा […]