तत्सत् | जैनेंद्र कुमार
तत्सत् | जैनेंद्र कुमार – Tatsat तत्सत् | जैनेंद्र कुमार एक गहन वन में दो शिकारी पहुँचे। वे पुराने शिकारी थे। शिकार की टोह में दूर – दूर घूम रहे थे, लेकिन ऐसा घना जंगल उन्हें नहीं मिला था। देखते ही जी में दहशत होती थी। वहाँ एक बड़े पेड़ की छाँह में उन्होंने वास … Read more