तत्सत् | जैनेंद्र कुमार

तत्सत् | जैनेंद्र कुमार

तत्सत् | जैनेंद्र कुमार – Tatsat तत्सत् | जैनेंद्र कुमार एक गहन वन में दो शिकारी पहुँचे। वे पुराने शिकारी थे। शिकार की टोह में दूर – दूर घूम रहे थे, लेकिन ऐसा घना जंगल उन्हें नहीं मिला था। देखते ही जी में दहशत होती थी। वहाँ एक बड़े पेड़ की छाँह में उन्होंने वास … Read more

एक रात | जैनेंद्र कुमार

एक रात | जैनेंद्र कुमार

एक रात | जैनेंद्र कुमार – Ek Raat एक रात | जैनेंद्र कुमार जयराज की तीस वर्ष की अवस्था होगी। धुन में बँधा, सदा कामकाज में रहता है। अपने प्रांत की कांग्रेस का वही प्राण है। लोग उसे बहुत मानते हैं। उन्हें छोड़ और वह रहता किसके लिए है? अविवाहित है और उससे विवाह का … Read more