सोनमछरी | गीताश्री
सोनमछरी | गीताश्री – sonmachari सोनमछरी | गीताश्री रुंपा दीदी… ओ रुंपा दीदी… दरवाजा खोलो… तुम्हारे लिए संदेशा आया है…।’ मन में कुछ बेचैनी सी थी। सुबह से कुछ भी भला नहीं लग रहा था। रुंपा ने यह हकार सुनी, कोई उत्साह न हुआ ‘कि होच्छे?’ सवाल पूछती हुई रुंपा ने आँगन पार किया और … Read more