सोनमछरी | गीताश्री – sonmachari सोनमछरी | गीताश्री रुंपा दीदी… ओ रुंपा दीदी… दरवाजा खोलो… तुम्हारे लिए संदेशा आया है…।’ मन में कुछ बेचैनी सी थी। सुबह से कुछ भी भला नहीं लग रहा था। रुंपा ने यह हकार सुनी, कोई उत्साह न हुआ ‘कि होच्छे?’ सवाल पूछती हुई रुंपा ने आँगन पार किया और […]
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बह गई बैगिन नदी | गीताश्री
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फ्रीबर्ड | गीताश्री
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दो लफ्जों की एक कहानी | गीताश्री
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चौपाल | गीताश्री
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गोरिल्ला प्यार | गीताश्री
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कोन्हारा घाट | गीताश्री
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एक रात जिंदगी | गीताश्री
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