सोनमछरी | गीताश्री

सोनमछरी | गीताश्री

सोनमछरी | गीताश्री – sonmachari सोनमछरी | गीताश्री रुंपा दीदी… ओ रुंपा दीदी… दरवाजा खोलो… तुम्हारे लिए संदेशा आया है…।’ मन में कुछ बेचैनी सी थी। सुबह से कुछ भी भला नहीं लग रहा था। रुंपा ने यह हकार सुनी, कोई उत्साह न हुआ ‘कि होच्छे?’ सवाल पूछती हुई रुंपा ने आँगन पार किया और … Read more

बह गई बैगिन नदी | गीताश्री

बह गई बैगिन नदी | गीताश्री

बह गई बैगिन नदी | गीताश्री – Bah Gaee Baigin Nadi बह गई बैगिन नदी | गीताश्री सुबह से अन्ना की आंधी आई हुई है। सुना है, देशभर से अन्ना समर्थक रामलीला ग्राउंड पर जुड़ने वाले हैं। सारे टीवी चैनल चीख-चीखकर घोषणा कर रहे हैं। ये देखिए… लोगों का हुजूम उमड़ा चला आ रहा है। … Read more

फ्रीबर्ड | गीताश्री

फ्रीबर्ड | गीताश्री

फ्रीबर्ड | गीताश्री – Freebird फ्रीबर्ड | गीताश्री जैसे जंगल में किसी के कराहने की आवाज हो, वैसी ही उसके गले से बातें निकल रही थीं – ‘रिया… मैं क्या करूँ? वो मुझे बाँधना चाहता है। मैं अब किसी से नहीं बंध सकती यार… हमारे बीच ऐसा कुछ तय नहीं हुआ था। सबकुछ अचानक और … Read more

दो लफ्जों की एक कहानी | गीताश्री

दो लफ्जों की एक कहानी | गीताश्री

दो लफ्जों की एक कहानी | गीताश्री – Do Laphjon Ki Ek Kahani दो लफ्जों की एक कहानी | गीताश्री हैलो… तुम्हें क्या लगता है, तुम वहाँ से भाग आई थी। हम भागते हैं लेकिन थोड़ा थोड़ा वहाँ छूट जाते हैं मान्या… ओ नहीं, गलत नाम, वान्या…। तुम थोड़ा छूट गई थी। मैं लाई हूँ … Read more

चौपाल | गीताश्री

चौपाल | गीताश्री

चौपाल | गीताश्री – Chaupal चौपाल | गीताश्री ‘बीजू साहब, अब क्लब नहीं आएंगे। वे दिल्ली से बाहर चले गए हैं। नौकरी वगैरह या परिवार… मालूम नहीं मैम…’ वेटर ललित थोड़ा मायूस था। हाथ में अभी भी उसके बियर की एक बोतल थी और एक खाली ग्लास। शिवांगी सन्न रह गई थी उस खबर से। … Read more

गोरिल्ला प्यार | गीताश्री

गोरिल्ला प्यार | गीताश्री

गोरिल्ला प्यार | गीताश्री – Gorilla Pyar गोरिल्ला प्यार | गीताश्री यह सब कुछ उस वक्त हुआ जब शाम का धुंधलका घिर रहा था। दूर सड़क से ट्रैफिक की कुछ मद्धिम आवाजें रह-रह कर सुनाई देतीं। कारों, लाल बत्तियों, लोगों और इन दिनों शरीर को भिगो देने वाली उमस से भरे इस शहर में वे … Read more

कोन्हारा घाट | गीताश्री

कोन्हारा घाट | गीताश्री

कोन्हारा घाट | गीताश्री – Konhara Ghat कोन्हारा घाट | गीताश्री “ऊँउउ… ओह… माई गे… मर गेली…” देवताघर में किसी के कराहने की आवाज आ रही थी। आवाज नहीं, एकल कराह थी, जो हौले से बाहर आ रही थी। जनेऊ के माहौल में इस वक्त कौन कराह रहा होगा… नन्हीं सी लड्डू सोचती हुई देवताघर … Read more

कब ले बीती अमावस के रतिया | गीताश्री

कब ले बीती अमावस के रतिया | गीताश्री

कब ले बीती अमावस के रतिया | गीताश्री – Kab Le Bati Amavas Ki Ratiya कब ले बीती अमावस के रतिया | गीताश्री बारह साल बाद जैसे उमा कुमारी के भाग्य जगे, वैसे ही सबके जगें। हाईवे के किनारे बसा पूरा गाँव चहचहा उठा था। सबकी जुबाँ पर यही बात थी। खातोपुर गाँव का उत्साह … Read more

एक रात जिंदगी | गीताश्री

एक रात जिंदगी | गीताश्री

एक रात जिंदगी | गीताश्री – Ek Raat Jindagi एक रात जिंदगी | गीताश्री वह धीरे धीरे खुल रही थी और मेरी आँखें धीरे धीरे मुँद रही थी कि अचानक उसकी आवाज बिल्कुल पास से आती हुई सुनाई पड़ी। ‘आई अलसो हैव ब्वायफ्रेंड…’ हैं…!! मेरी नींद झटके से गायब। ‘यस… इसमें चौंकने की क्या बात … Read more

इंद्रधनुष के पार | गीताश्री

इंद्रधनुष के पार | गीताश्री

इंद्रधनुष के पार | गीताश्री – Indradhanush Ke Paar इंद्रधनुष के पार | गीताश्री आज उसके बॉस ने फिर उसे मेमो थमा दिया। अपनी सीट पर आकर कंप्यूटर स्क्रीन ऑन किया ही था कि चपरासी हरेकृष्णा सिर पर आकर खड़ा हो गया। ‘क्या है ये…?’ उसकी बड़ी-बड़ी आँखों ने सवाल पूछा – ‘बॉस ने भेजा … Read more