मेरी अलमारी | फहीम अहमद मेरी अलमारी | फहीम अहमद बहुत बड़ी मेरी अलमारीचीजें इसमें रखीं सारी। सबसे ऊपर प्यारा बस्ताऔर बगल में है गुलदस्ता। पास उसी के फोटो मेरारसगुल्ले सा दिखता चेहरा। नीचे गाड़ी चाबी वालीगुड्डा रोज बजाए ताली। रखी हँसने वाली गुड़ियाखटमिट्ठे चूरन की पुड़िया। उसके नीचे कई किताबेंकुछ हैं बिलकुल नई किताबें। […]
Fahim Ahmed
Posted inPoems
मैं जो होता जादूगर | फहीम अहमद
Posted inPoems
मैं गुस्सा हूँ | फहीम अहमद
Posted inPoems
मैं क्या चाहूँ | फहीम अहमद
Posted inPoems
बातों की रेल | फहीम अहमद
Posted inPoems
बरगद | फहीम अहमद
Posted inPoems
बड़ा मजा आए | फहीम अहमद
Posted inPoems
बच्चों का अखबार | फहीम अहमद
Posted inPoems
नन्ही मुनिया छुई-मुई | फहीम अहमद
Posted inPoems