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शब्द लड़ते हैं | अश्वघोष

शब्द लड़ते हैं | अश्वघोष शब्द लड़ते हैं | अश्वघोष चुप्पियों केइक बसेरे में,शब्द लड़ते हैं अँधेरे में। बोझ है सिर पर तनावों का,दिख रहा चेहरा अभावों काकब तलकबैठे विचारे चुप,दर्द के सुनसान डेरे मेंशब्द लड़ते हैं अँधेरे में। उम्र से पहले हुए जर्जर,वक्त ने सब काट डाले परहो गई खुशियाँनदारद अब,झुर्रियाँ हैं सिर्फ चेहरे […]