एक था रामू | अशोक सेकसरिया – Ek Tha Ramu एक था रामू | अशोक सेकसरिया दिल्ली में संसद सदस्यों के बड़े बँगलों के पीछे छोटी-छोटी गलियाँ हैं। इनमें छोटी-छोटी झुग्गियों में धोबी, घरेलू नौकर, शाक-सब्जी बेचने वाले, कबाड़ी और तरह-तरह के छोटे-मोटे काम करने वाले लोग रहते हैं। लोग हुए तो पता नहीं कुत्ते […]