एक छोटा-सा मजाक | अंतोन चेखव – Ek Chhota Sa Majak एक छोटा-सा मजाक | अंतोन चेखव सरदियों की ख़ूबसूरत दोपहर… सरदी बहुत तेज़ है। नाद्या ने मेरी बाँह पकड़ रखी है। उसके घुंघराले बालों में बर्फ़ इस तरह जम गई है कि वे चांदनी की तरह झलकने लगे हैं। होंठों के ऊपर भी बर्फ़ […]
Anton Chekhov
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सुखांत | अंतोन चेखव
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दुख | अंतोन चेखव
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एक छोटा-सा मजाक | अंतोन चेखव
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