विरह में भी मुस्कैरा के | अलका विजय

विरह में भी मुस्कैरा के | अलका विजय

विरह में भी मुस्कैरा के | अलका विजय विरह में भी मुस्कैरा के | अलका विजय विरह में भी मुस्‍करा के, गीत गाते हम रहेंगे।मिलन चाहे हो न पाए, मुस्‍कुराते हम रहेंगे। धूल में जो मिल भी जाएँ,दूर तक हम संग चलेंगे।हो कठिन राहें भले ही,खा के ठोकर फिर उठेंगे।प्‍यार का संदेश देने,प्‍यार के पथ … Read more

मिले ना तुम्हारी नजर के इशारे | अलका विजय

मिले ना तुम्हारी नजर के इशारे | अलका विजय

मिले ना तुम्हारी नजर के इशारे | अलका विजय मिले ना तुम्हारी नजर के इशारे | अलका विजय मिले ना तुम्‍हारी नजर के इशारेयही सो रहेंगे सदा मौन धारे है वसुधा के मन में भरा प्‍यार सारा।है ये भी तुम्‍हारा है वो भी तुम्‍हारा।भले छीन लो उसके मुँह से निवाले।मगर अपना सर्वस्‍व तुम पर ही … Read more

भले ले लो मुझसे, सभी साज दिल के | अलका विजय

भले ले लो मुझसे, सभी साज दिल के | अलका विजय

भले ले लो मुझसे, सभी साज दिल के | अलका विजय भले ले लो मुझसे, सभी साज दिल के | अलका विजय भले ले लो मुझसे, सभी साज दिल के,अरे प्‍यार मेरे गले से लगा लो। बिसर जाए सब वो विरह की व्‍यथाएँमिले दर्द कोई समय सिंधु से तोरहे याद सारी मिलन की कथाएँहँसा कर … Read more

प्यार भरी मनुहार भरी | अलका विजय

प्यार भरी मनुहार भरी | अलका विजय

प्यार भरी मनुहार भरी | अलका विजय प्यार भरी मनुहार भरी | अलका विजय प्‍यार भरी मनुहार भरी,एक शाम मुझे पा लेने दो।गीत लिखे तेरे आँचल पर,उसको तो गा लेने दो। भूलूँ ना ये गीत प्रीति का,फिर इसको दोहराने दो।पल दो पल का साथ तुम्‍हारा,मधुरस तो छलकाने दो। कलुषित नयन नीर जो उर में,आँखों से … Read more

निलय के पटल पर कई चित्र तेरे | अलका विजय

निलय के पटल पर कई चित्र तेरे | अलका विजय

निलय के पटल पर कई चित्र तेरे | अलका विजय निलय के पटल पर कई चित्र तेरे | अलका विजय निलय के पटल पर कई चित्र तेरे,बना कर मिटाए मिटा कर बनाएथे बिछड़े जहाँ हम उसी राह से फिरतेरी याद आई मगर तुम न आए। प्रणय के मेरे गीत कर राग रचकरविभा सुंदरी भी लगी … Read more

जो किरनों से मैंने पता उनका पूछा | अलका विजय

जो किरनों से मैंने पता उनका पूछा | अलका विजय

जो किरनों से मैंने पता उनका पूछा | अलका विजय जो किरनों से मैंने पता उनका पूछा | अलका विजय जो किरनों से मैंने पता उनका पूछा,चलाते रहे रात सारी वो हमको।है क्‍या माजरा, है क्‍या बात ऐसी,जरा पूछ लो मिल के उनसे सितारों। क्‍यों धरती है ओढ़े निराशा की चादर,कहाँ छुप गए आज नभ … Read more

जिंदगी में मुस्कुनराना चाहती हूँ | अलका विजय

जिंदगी में मुस्कुनराना चाहती हूँ | अलका विजय

जिंदगी में मुस्कुनराना चाहती हूँ | अलका विजय जिंदगी में मुस्कुनराना चाहती हूँ | अलका विजय जिंदगी में मुस्‍कुराना चाहती हूँ।हर खुशी अपना बनाना चाहती हूँ। तन भी तेरा मन भी तेराप्राणों की हर साँस तेरीनयन तेरे अश्रु तेराअधरों पर मुस्‍कान तेरीमैं बताना चाहती हूँजिंदगी में मुस्‍कुराना चाहती हूँ।हर खुशी अपना बनाना चाहती हूँ। साँस … Read more

खत्म हुए आज अपने अनुबंध ऐसे | अलका विजय

खत्म हुए आज अपने अनुबंध ऐसे | अलका विजय

खत्म हुए आज अपने अनुबंध ऐसे | अलका विजय खत्म हुए आज अपने अनुबंध ऐसे | अलका विजय खत्‍म हुए आज अपने अनुबंध ऐसे,सागर की लहरों पर गीत लिखे जैसे।कसमों और वादों की राहों पर चल के,नयनों ने छल किया तो आँसू ही छलके। बात रही मन में अधरों तक न आई,नव नूतन दुल्‍हन सी … Read more