Posted inPoems

स्मारक | अलेक्सांद्र कुश्नेर

स्मारक | अलेक्सांद्र कुश्नेर स्मारक | अलेक्सांद्र कुश्नेर छोटी-सी कौम को बहुत पसंद है अपने स्‍मारक।उसके छोटे-छोटे उद्यानभरे होते हैं कास्‍य या प्रस्‍तर प्रतिमाओं से।कितनी शुक्रगुजार है यह कौम!कितनी इज्जत है उसके हृदय मेंअपने अल्पज्ञात जीव-वैज्ञानिकों, लेखकों और चिकित्‍सकों के लिए!इसके विपरीत हमारे यहाँपेड़ों की घनी छाया के नीचेसिर्फ सरसराहट रहती है हवाओं कीया तारों […]