होने सा होना | अभिज्ञात होने सा होना | अभिज्ञात इस-उस से हाथ मिलाते हुएमैंने महसूस कियामेरे हाथों ने खो दी हैअपनी ऊष्माअब मेरे हाथों और दस्तानों में कोई फर्क नहीं है किसी और का हाथ हो कि कुर्सी का हत्थाकोई प्रतिक्रिया नहीं होती मैं अपनी स्मृति को स्मृति, हाथ को हाथ और यात्रा को […]
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हावड़ा ब्रिज | अभिज्ञात
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हँसी की तासीर | अभिज्ञात
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हवा में उछलते हुए | अभिज्ञात
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साठ पार के माँ-बाबूजी | अभिज्ञात
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सूर्य की सिंचाई | अभिज्ञात
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सपने | अभिज्ञात
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सप्तक | अभिज्ञात
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