सूरज
उगाया जाता
फूलों में :
यदि हम
एक साथ
हँस पड़ते।
चाँद
आँगन बनता :
आँखों में रासभूमि यदि –
सौर मंडल की मिलती।
सार हम होते
काव्य के
अनुपम भूत-भविष्य के :
यदि हम
वर्तमान
में
एक साथ
हँसते रोते गाते
एक साथ ! एक साथ ! एक साथ !
(1949)