जब से वह प्रेम से जुड़ी है
तब से काँच पे खड़ी है।
न चले बनता है न बिन चले ही।
यदि आपने किया है प्रेम किसी से
तो कृपया उसको इतना बतला दें
कि वह क्या करे –
काँच को बचा ले किरच किरच होने से
या बचा ले पैर अपने
जब से वह प्रेम से जुड़ी है
सचमुच, सचमुच डरी है!