फेफड़ों के कैन्सर के कुछ शुरुआती लक्षण क्या हैं?
फेफड़ों के कैन्सर के कुछ शुरुआती लक्षण क्या हैं?

किसी भी प्रकार के कैंसर के शुरूआती लक्षण सामान्य होते है,इस कारण प्रतिवर्ष बहुत से लोग इस बीमारी की वजह से ये दुनिया छोड़ कर चले जाते है,यह एक गम्भीर विषय है।इस बीमारी के लिए अभी तक कोई भी टीका या वैक्सीन उपलब्ध नही है।

लगभग 70 प्रतिशत मामलो में कैंसर की प्रथम अवस्था में हमे पता ही नही चलता है कि कोई कैंसर जैसी बीमारी भी पनप चुकी है।

कारण:-

मेरे अनुभवों के आधार पर किसी भी प्रकार के कैंसर का मुख्य कारण प्लास्टिक के उत्पाद काम में लेना है, हालाँकि फेंफड़ो के कैंसर में धूम्रपान का पूरा पूरा योगदान रहता है,लेकिन प्लास्टिक के उत्पाद भी उतने ही घातक होते है।

आज के समय में बिना प्लास्टिक के उत्पाद के शायद कोई बचा हो, मुख्यतया गर्म वस्तु प्लास्टिक के बर्तन,जार,गिलास,प्लेट आदि में उपयोग करना बहुत ही हानिकारक है,क्योंकि प्लास्टिक के अंश गर्मी से पिघलकर शरीर में चले जाते है और कैंसर जैसी घातक बीमारियो को जन्म देते है।आज देखा जाये तो चाय छानने की चलनी भी प्लास्टिक की होती है,जिसके अंश खोलती चाय के साथ पिघलकर शरीर में प्रवेश कर जाती है। अतः हमें प्लास्टिक के उत्पादों के प्रयोग खाने के लिए नही करना चाहिए।

मुख्य रूप से सामने आने वाले शुरुआती लक्षण है…

सीने में दर्द या पीड़ा या घुटन

सीने में दर्द या पीड़ा होने की शिकायत कई बार फेफड़ों के कैसर के शिकार व्यक्ति में कैंसर के लक्षण के रूप में देखी गई है। इस प्रकार का दर्द काफी देर या दिनों तक रहता है एवं पीड़ादायक रहता है।फेफड़ों में जब ट्यूमर फैल जाते हैं तब सांस लेने में तकलीफ होने लगती है और घुटन होने लगती है। घुटन जैसा महसूस होना फेफड़ों का कैंसर होने का लक्षण हो सकता है। और भी कई कारणों से सांस लेने में तकलीफ हो सकती है जैसे फेफड़े के काफी हिस्से में यदि हवा का प्रवेश रुक जाये (सूजन या किसी तरह के अवरोध की वजह से ) जो फेफड़ों के कैंसे एवं ट्यूमर की वजह से हो सकते हैं या फेफड़ों के आस-पास द्रव्य (फुस्फुस बहाव) का संग्रह हो जाये तो इनसे घुटन सी महसूस होती है जो फेफड़ों का कैंसर होने का संकेत देता है।

गले में घरघराहट या गला बैठना

गले में अक्सर खराश रहना, घरघराहट या गला बैठना भी कैंसर होने के संकेत देते हैं। हालाँकि ये लक्षण तब भी हो सकते हैं जब आपके फेफड़ों में किसी प्रकार की सूजन हो।अगर किसी व्यक्ति को खांसते वक्त खांसी के साथ खून निकलता है तो उस व्यक्ति के लिए यह चिंता का विषय हो सकता है क्योंकि कई मामलों में ये फेफड़ों का कैंसर का लक्षण दर्शाता है।अगर आपकी श्वशन प्रणाली में अक्सर संक्रमण रहता हो जैसे ब्रोंकाइटिस या न्यूमोनिया का होना तो ये भी फेफड़ों के कैंसर होने का संकेत देते हैं।

कुछ मामलों में त्वचा पर चकत्ते भी उभरने लगते हैं।मांसपेशियों में कमजोरी और मस्तिष्क का ठीक से काम न करना भी फेफड़ों के कैंसर के लक्षण होते हैं।

सिर्फ इन सभी लक्षणों के आधार यह कहना गलत होगा की किसी के कैंसर हो चूका है,इस बारे में पुख्ता जानकारी के लिए कुछ टेस्ट होते है जो यह निश्चित करता है कि किसी को कैंसर है या नही।

बॉयोप्सी एक मुख्य टेस्ट है जो कैंसर के बारे में सटीक बता देता है।

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