पैरों की जलन के लिए सबसे अच्छे घरेलू उपचार क्या हैं?
पैरों की जलन के लिए सबसे अच्छे घरेलू उपचार क्या हैं?

पैरों में जलन

पैरों में जलन एक बहुत ही आम समस्या है और किसी भी उम्र के व्‍यक्ति को प्रभावित कर सकती हैं। जलन की भावना हल्‍के से लेकर गंभीर और तीव्र या क्रोनिक प्रकृति की हो सकती है। अक्सर, पैरों में जलन तंत्रिका तंत्र में नुकसान या शिथिलता के कारण होती है। यह समस्या कभी-कभी मधुमेह, शराब के अधिक सेवन और विषाक्त पदार्थों के जोखिम के साथ भी जुड़ी होती है। अन्य कारणों में विटामिन बी, फोलिक एसिड, थिमाइन या कैल्शियम की कमी, एथलीट फुट, कीड़ों का काटना, चोट, पैर सिंड्रोम और क्रोनिक किडनी रोग शामिल है। पैरों में जलन का उपचार, अंतर्निहित कारणों पर निर्भर करता है। यह समस्‍या ओवर-द-काउंटर दवाओं के साथ नियंत्रित की जा सकती है। साथ ही अपने चिकित्सक से उचित निदान और उपचार के लिए परामर्श कर सकते हैं। इसके अलावा इस समस्‍या को आप कुछ सरल उपायों को अपनाकर कम कर सकते हैं। पैरों में जलन को दूर करने के कुछ घरेलू उपाय यहां दिये गये हैं।

ठंडा पानी

ठंडा पानी पैरों में जलन के लिए सबसे अच्छे घरेलू उपचार में से एक है। ठंडा पानी पैरों में होने वाली झुनझुनी, सुन्नता और सूजन से जल्दी राहत प्रदान करता है। इसके लिए टब में ठंडा पानी भरें। फिर इस पानी में अपने पैरों को कुछ मिनट के लिए भिगोये। अपने पैरों को थोड़ा आराम देने के बाद फिर से ऐसा ही करें। इस उपाय को दिन में कई बार दोहराये। कुछ मिनट से ज्‍यादा अपने पैरों को ठंडे पानी में न भिगोये क्‍योंकि इससे लक्षण खराब हो सकते हैं। इसके अलावा अपने पैरों पर सीधे बर्फ या आइस पैक को न लगाये।

सेब साइडर सिरका

सेब साइडर सिरका शरीर के पीएच स्तर में संतुलन बनाने में मदद करता है, साथ ही यह पैर में जलन के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे इस्‍तेमाल करने के लिए एक गिलास गर्म पानी में 1-2 बड़े चम्‍मच कच्चा और अनफि‍ल्टर्ड सेब साइडर सिरका मिलाकर मिश्रण बना लें। अच्‍छे परिणाम के लिए इसे नियमित रूप से पीये। इसके अलावा, एक टब में गर्म पानी भरें। फिर इसमें दो बड़े चम्‍मच सेब साइडर सिरका और थोड़ी सी मात्रा में समुद्री नमक या सेंधा नमक मिला लें। दिन में दो बार 20 मिनट के लिए इसमें पैरों को भिगों दें।

हल्दी

हल्दी में भरपूर मात्रा में पाया जाने वाला तत्‍व करक्‍यूमिन, पूरे शरीर में रक्त प्रवाह और रक्त परिसंचरण में सुधार करने में मदद करता है। इसके अलावा हल्‍दी में मौजूद एंटी-इफ्लेमेंटरी गुण पैरों की जलन और दर्द को दूर करने में मदद करता है। समस्‍या होने पर एक गिलास पानी में 1-2 चम्‍मच हल्‍दी को मिलाकर लें। अच्‍छे परिणाम पाने के लिए दिन में दो बार इस उपाय को लें। इसके अलावा आप दो बड़े चम्‍मच हल्‍दी में पर्याप्‍त मात्रा में पानी मिलाकर पेस्‍ट बना लें फिर इस पेस्‍ट को ए‍क दिन में एक या दो बार जलन वाले हिस्‍से में लगा लें। लेकिन ध्‍यान रहें इस उपाय से पैरों में दाग पड़ा सकते हैं।

सेंधा नमक

सेंधा नमक पैरों की जलन को शांत करने और जलन को तुरंत राहत देने में मदद करता है। मैग्नीशियम सल्फेट से बना सेंधा नमक सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है। साथ ही नर्वस के कार्यों को ठीक काम करने में मदद करता है। एक टब गुनगुने पानी में आधा कप सेंधा नमक मिलाकर अपने पैरों को उसमें डालें। इस मिश्रण में अपने पैरों को 10 से 15 मिनट के लिए भिगा रहने दें। इस उपाय को कुछ दिनों के लिए नियमित रूप से करें। सेंधा नमक के पानी का इस्‍तेमाल मधुमेह, उच्च रक्तचाप या दिल की बीमारी से पीड़ि‍त लोगों के लिए उपयुक्त नहीं होता। इसलिए इसके इस्‍तेमाल से पहले अपने चिकित्‍सक से परामर्श करें।

अदरक

अदरक पैरों की जलन को दूर करने वाली एक और कारगर उपाय है। इसमें मौजूद कई सक्रिय घटक रक्‍त परिसंचरण बढ़ाने में मदद करता है। जिससे आपको पैरों की जलन से तुरंत राहत मिलती है। समस्‍या होने पर आप थोड़े से गुनगुने नारियल या जैतून के तेल में एक चम्‍मच अदरक का रस मिला लें। फिर इस मिश्रण से अपने पैरों से 10 से 15 मिनट के लिए मालिश करें। इसके अलावा, नियमित रूप से दो से तीन कप अदरक की गर्म चाय पीने से सूजन और दर्द को कम करने में मदद मिलती है। राहत पाने तक इस उपाय को कई दिनों तक करें।

करेला

आयुर्वेद में, करेला पारंपरिक रूप से पैरों की जलन को दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। समस्‍या होने पर मुट्ठी भर करेले की पत्तियों को लेकर उसमें पानी मिलाकर पेस्‍ट बना लें। फिर इस पेस्‍ट को प्रभावित हिस्‍से पर लगा लें। इस उपाय से पैरों की जलन आसानी और बहुत जल्‍द कम होने लगती है। जरूरत के अनुरूप इस उपाय को दोहराये।

अजवायन के फूल

वैद्यों के अनुसार, थाइम पैरों की जलन के इलाज में मदद करता हैं। यह रक्त परिसंचरण को बढ़ावा देने और संकीर्ण रक्त वाहिकाओं में मदद करता है। इससे जलन से राहत मिल जाती है। थाइम में मौजूद एंटी माइक्रोबियल गुण के कारण यह एथलीट फुट के कारण होने वाली जलन के इलाज के लिए भी इस्‍तेमाल किया जा सकता है। समस्‍या होने पर एक मुट्ठी अजवायन के फूल को दो बाउल में भिगो दें। फिर एक टब में गर्म पानी और दूसरे में ठंडा पानी लें। प्रत्येक टब में, बाउल वाले अजवायन के फूल को मिलाये। अब तीन से पांच मिनट के लिए गर्म पानी के टब में और फिर कुछ मिनट के लिए ठंडे पानी के टब में अपने पैरों को भिगो दें। इस उपाय को 20 मिनट के लिए करें।

विटामिन बी 3

विटामिन बी-3 को नियासिन के रूप में भी जाना जाता है। यह रक्त परिसंचरण में सुधार, नसों में मजबूती और दबाव के कारण नसों में होने वाली विघात को रोकता है। विटामिन बी 3 की कमी पैरों में जलन के मुख्‍य कारणों में से एक है। इसके सेवन से पैरों की जलन से रहात मिलती है। अपने शरीर के लिए जरूरी विटामिन बी-3 के सेवन के लिए अपने आहार में गेहूं की भूसी, गेहूं के बीज, साबुत अनाज उत्पाद, दूध, दही, हरी सब्जियां, सेम, मटर, मूंगफली और अंडे को शामिल करें। आप चिकित्सक के परामर्श से विटामिन बी 3 सप्‍लीमेंट भी ले सकते हैं।

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