नियति | एरिश फ्रीड नियति | एरिश फ्रीड कहते हैंएक कविहोता हैशब्दों कोजोड़ता है यह सच नहीं है एक कविहोता हैआधे रास्ते में रखेशब्दों कोमिलाता है सुखी है यदि वहदुखी है यदि वहफाड़ देते हैं शब्दउसे एक दूसरे से अलग अलग