क्या सुबह की चाय पीना सही है?
क्या सुबह की चाय पीना सही है?

नहीं, सुबह सुबह दिन की शुरुआत में चाय नहीं पीनी चाहिए। सुबह पेट खाली होता है क्योंकि रात में खाना खाने के बाद और सुबह उठने के बीच का समय लम्बा है तो ऐसे में चाय पीने से एसिडिटी होने का डर रहता है। इसीलिए चाय के साथ कुछ बिस्किट लेने की सलाह दी जाती है। खाली पेट चाय पीने से पेट में बनने वाले गैस्ट्रिक जूस का भी ठीक से श्राव नहीं हो पाता है और भूख भी कम हो जाती है।

वैसे हर किसी की शारीरक सरंचना अलग होती है और सबको सुबह खाली पेट चाय से एसिडिटी की समस्या नहीं होती है लेकिन फिर भी यह हितकर नहीं है।

चलिए कुछ और तथ्य समझ लेते हैं चाय के बारे में। आमतौर पर भारत में चाय को बहुत पका कर बनाते हैं जिससे इसके सब गुण खत्म हो जाते हैं। चाय बहुत गुणकारी पेय है अगर इसे सही तरीके से बनाया और पिया जाये तो।

कुछ बातें जिनका ध्यान रखकर आप चाय के मजे भी ले सकते हैं और यह स्वास्थ्य के लिए भी उपयोगी होगी।

  • चाय तभी ज्यादा फायदा करती है जब इसे बिना दूध के पिया जाये क्योंकि दूध में मौजूद प्रोटीन चाय में मौजूद कैटेकीन (एंटीओक्सीडेंट ) के असर को कम कर देती है. कैटेकीन को दिल के लिए अच्छा बताया गया है।
  • चाय के लिए कहा जाता है कि यह नीबू के साथ ज्यादा फायदा करती हैं क्योंकि विटामिन सी के साथ चाय के एंटीओक्सीडेंटस ज्यादा अच्छे से सक्रिय होते हैं। शुद्ध शहद को भी चाय में डालने के फायदे बताये गए हैं।
  • चाय में कई प्रकार केएंटीओक्सीडेंट (antioxidants) हैं जो कई बीमारियों से लड़ने की क्षमता रखते हैं। यह एंटीओक्सीडेंटस और भी कई सब्जियों और फल में भी होते हैं। कई रिसर्च इन एंटीओक्सीडेंट से कैंसर तक से बचाव की बात कहती है।
  • चाय को उबालना नही चाहिए बल्कि पानी गरम करके आंच बंद करने के बाद ही चाय की पत्ती को डालना चाहिए। जिससे चाय के एंटीओक्सीडेंटस कम न हों और इसका भरपूर फायदा मिले।
  • चाय को खाने के साथ या खाने के तुरंत बाद भी नहीं परोसना चाहिये क्योंकि चाय में एक रसायन टैनिन है। यह खनिज खासतौर पर आयरन यानि की लौह तत्व के अवशोषण की प्रक्रिया को धीमा या कम कर देता है।

आज कथनी और करनी में थोड़ा फर्क हो रहा है इसलिए इस उत्तर को लिखने में अपराधबोध हो रहा है।

मैं सुबह नीबू पानी के बाद में एक चाय पीती हूँ नाश्ते से पहले।

यह सब जानते हुए भी मैं सुबह की एक चाय भारतीय तरीके से – यानी कि पका कर बनाती हूँ, अदरक, दूध और शक्कर के साथ, क्योंकि उससे ही मुझे चाय की असली तृप्ति होती है। अदरक वाली चाय मेरा बचपन का प्यार है और इससे मुझे तरोताजा महसूस होता है। हालाँकि मैं चाय के साथ एक बिस्किट जरूर लेती हूँ।

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