कविता और दुनिया | विश्वनाथ-प्रसाद-तिवारी
कविता और दुनिया | विश्वनाथ-प्रसाद-तिवारी

कविता और दुनिया | विश्वनाथ-प्रसाद-तिवारी

कविता और दुनिया | विश्वनाथ-प्रसाद-तिवारी

बेहतर कविता लिखेगा वही
जो बेहतर कवि होगा

जिस समय वह लिख रहा होगा
सबसे अच्छी कविता
जरूर होगा उस समय वह
सबसे अच्छा आदमी

जिस दुनिया में लिखी जाएँगी
बेहतर कविताएँ
वही होगी बेहतर दुनिया

शब्द और अर्थ नहीं है कविता
सबसे सुंदर सपना है
सबसे अच्छे आदमी का ।

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