काली मिर्च हमें किन-किन बीमारियों से निजात दिलाती है?
काली मिर्च हमें किन-किन बीमारियों से निजात दिलाती है?

काली मिर्च पाचन रस और एंजाइम को उत्तेजित करती है, जिससे पाचन शक्ति में सुधार आता है। जब आप खाने के साथ काली मिर्च का सेवन करते हैं, तो इसका असर पाचन शक्ति पर ज्यादा पड़ता है। एक रिसर्च में यह साबित हो चुका है कि काली मिर्च पेनक्रिएटिक एंजाइम पर सकारात्मक असर डालती है, जिससे पूरी पाचन प्रक्रिया बेहतर तरीके से काम करती है (1)।

सर्दी-खांसी के लिए काली मिर्च का सेवन प्राचीन समय से किया जा रहा है। इसमें एंटीबैक्टीरिल गुण होते हैं (2), जो आपको सर्दी-खांसी से राहत दिलाने में मदद करते हैं। अगर आप शहद में थोड़ी-सी काली मिर्च का पाउडर मिलाकर सेवन करते हैं, तो आपको सर्दी-खांसी से राहत मिल सकती है।

काली मिर्च में एंटीबैक्टीरियल तत्व होते हैं, जो आपको इंफेक्शन से बचाने में मदद करते हैं। एक दक्षिण अफ्रीकी अध्ययन के अनुसार, काली मिर्च में मौजूद लार्विसाइडल प्रभाव मच्छरों से होने वाले संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद करता है ।

  • काली मिर्च आमतौर पर सभी की रसोई में पाये जाने वाले मसालों में से एक है जिसका प्रतिदिन किसी न किसी रूप में खाने के लिए प्रयोग किया जाता है। जितनी ये मसाले के रूप में फेमस है उतनी है ये एक औषधि भी है।
  • आयुर्वेद के प्रसिद्ध औषधि त्रिकटु चूर्ण के तीन घटको में कालीमिर्च एक है आइये जानते है आयुर्वेद के में इसके गुणों के बारे में क्या लिखा है?

मरिचं कटुक तीक्ष्यां दीपन कफवातनुत। उष्णं पित्तकरं रुक्ष श्वासशूलकृमीज्ज्येत ।

तदारदं मधुरे पाके नात्युष्णं कटुक गुरू। किजचितीक्ष्ण शेल्षमप्रसेकि स्यादपित्तलम ।

  • अर्थात, काली मिर्च स्वाद में कटु, गुण में तीक्ष्ण होने के साथ ही यही कफ और वात को शांत करने वाली होती है। इसमें दीपन और पाचन का गुण होता है जो की पाचकाग्नि को बेहतर बनाने में सहायक होता है।
  • अल्प मात्रा में तीक्ष्ण होने के कारण ये शरीर के समस्त स्त्रोतों से मलों को बाहर निकले में मदद करती है।

काली मिर्च का निम्न रोगो में प्रयोग किया जाता है:

जुकाम में फ़ायदेमंद

  • काली मिर्च का चूर्ण गर्म दूध और मिश्री के साथ लेने से कालीमिर्च जुकाम में आराम देती है इसके अलावा इसके दाने खाने से भी आराम मिलता है क्योंकि कालीमिर्च में कफ का शमन करने का गुण होता है।

श्वास-कास का अचूक उपाय

  • कालीमिर्च चूर्ण को मधु और घी में (विषम मात्रा में ले ) मिलाकर सुबह और शाम चाटने से सर्दी, आमतौर से होने वाली खांसी, दमा और फेफड़ो का कफ निकल जाता है।

दांतो के दर्द में भी आराम दे

  • कालीमिर्च के चूर्ण को 3-4 ग्राम जामुन पत्तो के साथ पीसकर कुल्ले करने से दाँत के दर्द में आराम मिलता है।

आँखों के रोगों में लाभदायक

  • कालीमिर्च के चूर्ण को देशी घी के साथ मिलाकर खाने से अनेक प्रकार के नेत्र रोंगो में लाभ होता है।

पेट के कृमि को निकाले में सहायक

  • पेट के कीड़ो को निकले में कालीमिर्च एक अच्छा उपाय है क्योंकि यह क्रिमघ्न होती है कृमियों को निकाले के लिए कालीमिर्च के चूर्ण को छाछ में मिलाकर लेते है।

त्वचा संबंधी रोगों को करे दूर

  • कालीमिर्च को जल में पीसकर फ़ोड़े -फुंसियों पर लेप करने पर ये शोधन और रोपण करने के कारण जल्द आराम देती है।

कालीमिर्च के कुछ महत्वपूर्ण फ़ायदे यहाँ दीये गये है। इन फायदों के अलावा कालीमिर्च के सेवन से समय कुछ बातों का भी ध्यान रखना चाहिए जैसी किसी को व्रण, अम्लपित्त, रक्तार्श में चिकित्सक के परामर्श से ही ले।

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