गिरने लगी है बर्फपूस के शुरू होते हीऔर लकड़ी के अभाव मेंबहाई जाने लगी हैं लाशेंबिना जलाए ही लोग ठकुआए हुए टुकुर-टुकुर ताक रहे हैंओरा गया है उनका विश्वासन जाने कहाँ है सरकार!