औरत | हरप्रीत कौर
औरत | हरप्रीत कौर
खाविंद के लिए
एक पहर का
राँधते-राँधते
खुशबू से भर जाता है पेट
खाविंद जो
दूसरे पहर तक
पहले पहर का स्वाद भूल जाता है
औरत | हरप्रीत कौर
खाविंद के लिए
एक पहर का
राँधते-राँधते
खुशबू से भर जाता है पेट
खाविंद जो
दूसरे पहर तक
पहले पहर का स्वाद भूल जाता है