आपके अनुसार कब्ज से छुटकारा पाने का सही तरीका क्या है?
आपके अनुसार कब्ज से छुटकारा पाने का सही तरीका क्या है?

क्या है कब्ज- यदि 24 घंटे तक मलत्याग वेग ना हो तो ऐसी स्थिति को क़ब्ज़ कहा जाता है। इसके अन्य नाम विबंध और कोष्ठबध्दतता भी है। कब्ज अनेकों रोगों की जड़ है।

क़ब्ज़ के लक्षण-

  • पेट में भारीपन लगना,
  • भूख ना लगना,
  • अपानवायु व मलत्याग ना होने पर पेटदर्द की शिकायत होना,
  • आवश्यकता से अधिक खाना और आवश्यकता से कम खाना दोनों ही स्थितियों में कब्ज हो सकती है।

क़ब्ज़ के दुष्परिणाम- प्रायः अधिकांश रोगों का कारण आँतों में एकत्रित सड़ा मल होता है। क़ब्ज़ के कारण कई रोग और भी हो जाते है। इसमें स्त्रियों के होने वाले मासिक धर्म सम्बन्धी रोग, गठिया, कैन्सर आदि शामिल है। क़ब्ज़ की अवस्था के पाचनक्रिया सही से नहीं हो पाती हैं अतः आँतों में स्थित भोजन सूखकर क़ब्ज़ पैदा कर देता है। पित्ताशय, पितवाहिनी, आंत्रकृमि आदि में भी क़ब्ज़ होता है।

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कब्ज से बचने के उपाय-

  • सही मात्रा ने पानी का सेवन ना करना भी कब्ज का एक मुख्य कारण है इसलिए हर रोज़ कम से कम 7–8 गिलास पानी अवश्य पीना चाहिए।
  • मैदे का सेवन कम करना चाहिए क्यूँकि इसमें रेशा ना के बराबर होता है जो की कब्ज का कारण बनता है।
  • आटे को बारीक नहीं छानना चाहिए क्यूँकि आटे के ज़रूरी पोषक रेशे पाये जाते हैं।
  • ख़ाली पेट चाय, कॉफ़ी या कोलड्ड्रिंक्स का सेवन करने से बचे।
  • भोजन का प्रत्येक कौर को अच्छे से चबा-चबा कर खाना चाहिये।
  • गरिष्ठ, बासी भोजन करने से बचे।
  • भोजन के बाद थोड़ा टहलने की आदत डालें।
  • ताम्बे के बर्तन में रखा हुआ पानी पीना चाहिए।
  • आँवले का चूर्ण (एक चम्मच) रात में शहद के साथ मिलकर खायें।
  • प्रातःकाल नींबू के रस में काला नमक़ मिलाकर पियें।
  • ईसबगोल की भूसी को सीतामिश्री मिले पानी में कुछ देर भिगो दे और बाद में इसे पियें इससे काफी फायदा मिलता है।
  • रात में सोते समय दूध में मुन्नके उबा कर खाने से कब्ज जल्दी दूर होता है।
  • 20 ग्राम त्रिफ़ला को एक गिलास पानी में रात में भिगो दे और सुबह खाली पेट इसे छानकर पियें।

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